बजट : मोदी समर्थकों ने सराहा, विपक्ष ने नकारा, आमजन गदगद
बजट को लेकर पूरे दिन लोगों में उत्सूकता के साथ
गलियों से लेकर सड़कों तक में चर्चा होती रही
वाराणसी
व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत
सिंह बग्गा व इंडियन इंडस्ट्रीज
ऐसोसिएशन, वाराणसी के आरके चौधरी
के नेतृत्व में कार्यक्रमों का आयोजन कर
न सिर्फ लाइव प्रसारण देखा बल्कि व्यापारियों, चार्टेड एकाउंटेंटों व विशेषज्ञों से
चर्चा भी कराई गयी
सुरेश
गांधी
वाराणसी। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से संसद में पेश केंद्रीय बजट की जहां मोदी समर्थकों ने सराहा है, वहीं विपक्ष ने इसे पूरी तरह नकारते हुए झूठ का पुलिंदा बताया। जबकि आम जनमानस से लेकर मध्यमवर्गीय परिवारों व गृहणियों ने कहा अब तक शानदार बजट है। खास बात यह रही कि बजट को लेकर पूरे दिन लोगों में उत्सूकता बनी रही और गलियों से लेकर सड़कों तक में चर्चा होती रही। जबकि वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा के नेतृत्व में राजेन्द्र नगर के आेंकार भवन में व इंडियन इंडस्ट्रीज ऐसोसिएशन, वाराणसी के आरके चौधरी के नेतृत्व में विनायक प्लाजा में कार्यक्रमों का आयोजन कर न सिर्फ लाइव प्रसारण देखा बल्कि व्यापारियों, चार्टेड एकाउंटेंटों व विशेषज्ञों से चर्चा भी कराई।
इसके
अलावा अन्य कार्यक्रमों इस बजट को
आदमी के लिए खास
बताते हुए कहा गया कि विकास की
रफ्तार के साथ सुधारों
पर फोकस किया गया है। वित्त मंत्री ने टैक्सपेयर्स को
बड़ी राहत दी है। नई
टैक्स व्यवस्था में सात लाख तक की आय
पर अब कोई टैक्स
नहीं लगेगा।
वाराणसी
व्यापार मंडल रामनगर औद्योयोगी एसोसिएशन, एग्रो पार्क इंडस्ट्री वेलफेयर सोसायटी, होटल एसोसिएशन वाराणसी के संयुक्त तत्वाधान
में अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा, देव भट्टाचार्य एवं मनोज मधेशीया के नेतृत्व में
व्यापारियों का एक समूह
राजेंद्र विहार कॉलोनी सुंदरपुर स्थित ओमकार भवन में बजट का अवलोकन किया।
समीक्षा में बताया गया कि यह बजटलोक
लुभावानी एवं चुनावी बजट है। पूरानी व्यवस्था में 2.5 लाख से बड़ा कर
3 लाख तक जो छूट
दिया गया है वो सराहनीय
है। मध्यम वर्ग के लिए राहत
की बात है। व्यापारीयों को राहत नहीं
मिली। जीएसटी व स्लैब के
नियमों में और सरलीकरण की
उम्मीद थी। मोटे अनाजों का बढ़ावा अच्छा
है। खाने पिने के समान को
टैक्स फ्री करने की जरुरत है।
वरिष्ठ नागरिकों की जो सुविधा
बंद किया गया है उसे पुनः
जारी करना चाहिए। स्वास्थ्य लाभ के लिए आयुष्यामान
योजना का कार्ड सभी
मध्यम वर्गीय नागरिकों का बनाया जाना
चाहिए।
महात्मा
गांधी काशी विद्यापीठ के वाणिज्य विभाग
के हेड प्रो. कृपाशंकर जायसवाल ने इस बजट
को कड़ी मेहनत करने वाले मध्य वर्ग को लाभ पहुंचाने
वाला बताते हुए कहा कि ये घोषणाएं
छूट, कर संरचना में
बदलाव, नई कर व्यवस्था
में मानक छूट के लाभ का
विस्तार सर्वोच्च सरचार्ज दर में कटौती
तथा गैर सरकारी वेतनभोगी कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति पर
अवकाश नकदीकरण पर कर छूट
की सीमा का विस्तार से
संबंधित हैं और इनसे कामकाजी
मध्य वर्ग को ठोस लाभ
प्राप्त होगा। जायसवाल ने कहा कि
छूट के संबंध में
अपनी पहली घोषणा में, उन्होंने नई कर व्यवस्था
में छूट सीमा को बढ़ाकर 7 लाख
रुपए कर दिया, जिसका
अर्थ यह होगा कि
नई कर व्यवस्था में
7 लाख रुपए तक आय वाले
व्यक्तियों को कोई कर
अदा नहीं करना पड़ेगा। वर्तमान में, 5 लाख रुपए तक की आय
वाले व्यक्ति पुरानी तथा नई दोनों कर
व्यवस्थाओं में किसी कर का भुगतान
नहीं करते। इसके अलावा उन्होंने स्लैब की संख्या को
घटाकर 5 करने तथा कर छूट सीमा
को बढ़ाकर 3 लाख करने के द्वारा नई
व्यक्तिगत आयकर व्यवस्था में कर संरचना में
बदलाव का प्रस्ताव रखा,
जो स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि भारत एक
कृषि प्रधान देश है। कृषि क्षेत्र में स्टार्टअप को प्रारंभ करने
के लिए प्राथमिकता दी जाएगी, ऐसा
इस बजट में प्रावधान किया गया है जिससे कृषि
क्षेत्र में युवाओं को नए व्यवसाय
खोलने में सहायता मिलेगी।
एकमा के पूर्व अध्यक्ष
रवि पाटौदिया ने निर्यात घटने
के कारण को रुस यूक्रेन
युद्ध बताते हुए कहा कि यह बजट
देश के विकास को
गति देने वाला है। इसमें सर्व समाज का ध्यान रखा
गया है। इसमें किसान, मजदूर, युवा और महिलाओं का
पूरा ख्याल किया गया है। जो आने वाले
दिनों में मील का पत्थर साबित
होगा।
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