सिपाही भर्ती परीक्षा में धराए चार सॉल्वर, दूसरे के स्थान पर दे रहा था पेपर
बीएचयू में
बायोमेट्रिक
के
जरिए
शातिरो
को
पकड़ा
गया
है
युवकों के
पास
से
परीक्षार्थियों
के
एडमिट
कार्ड
भी
बरामद
हुए
हैं
अपर पुलिस
आयुक्त
कानून-व्यवस्था
एवं
जिलाधिकारी
वाराणसी
द्वारा
संयुक्त
रूप
से
यूपी
पुलिस
भर्ती
परीक्षा
के
दृष्टिगत
विभिन्न
परीक्षों
केन्द्रों
का
निरीक्षण
भी
किया
गया
परीक्षा देने
के
लिए
एक
लाख
रुपए
में
उनकी
डील
हुई
थी
चारों युवकों
को
हिरासत
में
लेकर
पूछताछ
जारी
सुरेश गांधी
वाराणसी। यूपी पुलिस की
सिपाही भर्ती परीक्षा के अंतिम दिन
वाराणसी में विभिन्न केंद्रों
से चार सॉल्वर पकड़े
गए हैं। पकड़े गए
लोगों से पूछताछ की
जा रही है। चारों
युवकों की गिरफ्तारी बीएचयू
में बने केंद्र से
हुई है। सॉल्वरों के
पकड़े जाने पूरे विश्व
विद्यालय परिसर में हड़कंप मच
गया। वहीं भेलूपुर थाना
क्षेत्र के इंटर कॉलेज
से भी सॉल्वर पकड़ाया
है। जिले के 80 केंद्रों
पर आयोजित परीक्षा के दौरान सुरक्षा
व्यवस्था दुरुस्त रही। बावजूद इसके
यह सेंधमारी सुरक्षा पर सवाल खड़े
कर रहा है। बताया
जा रहा है कि
बीएचयू में बायोमेट्रिक के
जरिए शातिर पकड़ा गया है।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाइ
करते हुए उसे हिरासत
में ले लिया है।
पकड़े गए युवकों
से पूछताछ की जा रही
है। पूछताछ के आधार पर
उनसे जुड़े लोगों को
भी पकड़ने का प्रयास किया
जा रहा है। वहीं
यह भी बात सामने
आई है कि कुछ
युवकों के पास से
परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड
भी बरामद हुए हैं। अपर
पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था एवं जिलाधिकारी वाराणसी
द्वारा संयुक्त रूप से यूपी
पुलिस भर्ती परीक्षा के दृष्टिगत विभिन्न
परीक्षों केन्द्रों का निरीक्षण भी
किया गया। बताया जा
रहा है कि प्रतापगढ़
निवासी प्रदीप सिंह परीक्षा केंद्र
पर दूसरे के स्थान पर
परीक्षा देने के लिए
पहुंचा था। परीक्षा केंद्र
पर प्रवेश के दौरान ही
उसके ऊपर शक हुआ
और पुलिस ने उसे गिरफ्तार
कर लिया। गिरफ्तार करने के बाद
पुलिस उससे पूछताछ शुरू
की। इसी तरह बिहार
का रहने वाला श्रीकांत
नामक एक दूसरे सॉल्वर
को एक भी लंका
थाने की पुलिस ने
ही गिरफ्तार किया। श्रीकांत दूसरे अभ्यर्थी के स्थान पर
परीक्षा दे रहा था।
इसके अलावा पुलिस ने श्रीकांत के
सहयोगी आजमगढ़ निवासी विशाल कुमार को भी पकड़ा
है।
बताया जा रहा है
कि विशाल और श्रीकांत के
पास से 3-4 अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड
भी बरामद हुए हैं। पुलिस
द्वारा बरामद किए गए एडमिट
कार्ड की जांच की
जा रही है इसके
अलावा दोनों का किससे संपर्क
था और किसके माध्यम
से दोनों परीक्षा देने आए थे
इसकी भी जानकारी जुटाई
जा रही है। इस
बारे में पुलिस द्वारा
बताया गया कि पूछताछ
करने पर दोनों युवकों
ने कहा कि परीक्षा
देने के लिए एक
लाख रुपए में उनकी
डील हुई थी। दोनों
में एक युवक बायोमेट्रिक
पहचान के दौरान ही
पकड़ा गया जबकि दूसरा
परीक्षा कक्षा में पहुंच गया
था। इसके अलावा भेलूपुर
थाने की पुलिस द्वारा
भी सतीश कुमार नामक
एक साल्वर को पकड़ा गया।
सतीश कुमार प्रयागराज जनपद का रहने
वाला बताया जा रहा है
और वह अतुल देव
पाल नामक अभ्यर्थी के
स्थान पर परीक्षा देने
के लिए पहुंचा था।
बायोमेट्रिक मैच नहीं होने
पर उसे गिरफ्तार कर
लिया गया। फिलहाल वाराणसी
में शनिवार को उत्तर प्रदेश
सिपाही भर्ती परीक्षा के अंतिम दिन
चार सॉल्वर की गिरफ्तारी की
गई है।
सबसे बड़ी परीक्षा कराने में सफल रहे : सीपी
पुलिस कमिश्नरेट मोहित अग्रवाल ने कहा कि
योगी सरकार का संकल्प है
कि परीक्षा सुचितापूर्ण तरीके से सम्पन्न हो
और सिर्फ मेधावी छात्र ही नौकरियों में
आएं। उन्होंने कहा कि सपाही
भर्ती के लिए पांच
दिन तक चली परीक्षा
सकुशल संपन्न हो गई। शनिवार
को दो पालियों में
हुई परीक्षा के साथ ही
शासन-प्रशासन ने राहत की
सांस ली है। बता
दें कि पुलिस भर्ती
परीक्षा में लाखों अभ्यर्थियों
ने भाग लिया। परीक्षा
का आयोजन 25, 26, 27, 30 और 31 अगस्त को किया गया।
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