नए साल 2025 का आगाज, धमाल, डांस, म्युजिक, मस्ती और आतिशबाजी
विश्व गुरु
बनने
की
राह
पर
निकले
भारत
के
सामने
कई चुनौतियों
के
बीच
उगा
है
उम्मीद
का
नया
सवेरा
हर सख्श
की
ख्वाहिश
जीवन
सुगम,
सरल
व
सहज
हो
सुरेश गांधी
वाराणसी. कहते हैं नव वर्ष का पहला दिन खुशियों, उम्मीदों और ऊर्जा से भरा हुआ हो तो साल के सारे दिन भी वैसे ही रहते हैं। कुछ इसी मूलमंत्र की भावनाओं के साथ नए साल 2025 का शानदार आगाज हो गया है। वैसे भी जिंदगी की चुनौतियों और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हिन्दुस्तानी मौज मस्ती का कोई मौका नहीं छाडते हैं। हालांकि साल भर जश्न मनाने के अवसर मिलते हैं, लेकिन चाहे वह धर्म एवं आस्था की नगरी काशी हो या तीर्थराज प्रयाग या फिर पूरा देश नववर्ष के स्वागत का यहां अलग ही रंग दिखाई देता है।
घड़ी में 12 बजते ही हैप्पी न्यू ईयर की शोर संग आसमान आतिशबाजी से सराबोर हो गया। जश्न व बधाइयों के साथ नए साल का स्वागत किया गया। अलग-अलग शहरों में रातभर होटल और डांस बार जश्न में डूबे रहे। लोगों ने आतिशबाज कर, डांस कर नए साल का स्वागत किया। देश के हर छोटे बड़े शहर में जश्न का माहौल दिखा। हर तरफ पार्टियों का दौर दिखा। दूसरी ओर लोगों की इन खुशियों में कोई व्यवधान ना पड़े, यह सुनिश्चित करने के लिए पुलिस ने सड़कों, रेस्तरां, पब आदि पर कड़ी नजर रखी।
चाहे
फूलों की मार्केट रही
हो या फिर ग्रीटिंग
कार्ड एवं गिफ्ट कार्नर
की दुकानें। डायरियों के दुकानों पर
भी भीड़ दिखी। बाजार
दुल्हन की तरह सजे
थे। आकर्षक छूट से ग्राहकों
को लुभाने की होड लगी
हुई है। थर्टी फर्स्ट
गुड नाइट को ड्रिंक
एंड डांस के साथ
फुल मस्ती रही। बीयर बार,
होटल्स से अलग कई
ऐसे रिसोर्ट्स बुक किए गए
थे। कई जगह भजन
संध्या, देवी जागरण का
भी आयोजन किया गया। जहां
बड़ी संख्या में लोग प्रभु
आराधना के साथ नए
वर्ष का स्वागत करते
दिखे।
नए साल की
पूर्व संध्या पर हर कोई
खासकर युवा वर्ग हर्ष
और उल्लास में दिखा। दिन
ढलने के बाद शाम
से ही शहर से
लेकर देहात क्षेत्र में डीजे बजने
लगे। फिल्मी गीतों की धुनों पर
लोगों ने जमकर नृत्य
कर किया। पुरुषों के साथ ही
महिलाओं ने भी नृत्य
करके नए साल को
लेकर जश्न मनाया। कई
स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित
करके नए साल की
पूर्व संध्या पर लोगों ने
खूब धमाल मचाया। लोग
नए साल के पहले
दिन भगवान शंकर की पूजा-पाठ की तैयारी
में लीन दिखें। वर्ष
के पहले दिन वाराणसी
के दशाश्वमेध घाट पर नववर्ष
की विशेष आरती की व्यवस्था
की गई है। इस
आरती का मकसद विश्व
कल्याण, शान्ति और सौहार्द्य साथ
ही मां गंगा की
अविरलता और निर्मलता की
कामना है। वहीं, राष्ट्रपति
द्रोपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित देश
के प्रमुख नेताओं ने नए साल
की पूर्व संध्या पर देशवासियों को
यह कहते हुए शुभकामनाएं
दी कि एक मजबूत,
एकजुट और समृद्ध भारत
के निर्माण के लिए यह
नयी शुरूआत और नए लक्ष्य
तय करने का समय
है।
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