निर्माण कार्यों से फैल रहे वायु प्रदूषण पर
सख्ती, 103 प्रकरणों का हुआ निस्तारण
वाराणसी विकास प्राधिकरण
की बैठक में लिया गया निर्णय, “ग्रीन नेट”
लगाना अब अनिवार्य
सुरेश गांधी
वाराणसी। शहर
की वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाने की दिशा में वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) ने सख्त
रुख अपनाया है। बुधवार को उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में
नगर क्षेत्र में हो रहे नवनिर्माण कार्यों से फैल रहे वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए
विशेष रणनीति बनाई गई।
बैठक में बताया गया कि स्मार्ट सिटी ऐप
(311) और नगर निगम द्वारा अब तक 426 निर्माण प्रकरण चिन्हित किए गए हैं, जिनमें से
103 प्रकरणों का त्वरित निस्तारण कर लिया गया है। शेष मामलों की जांच जारी है और संबंधित
निर्माण स्थलों पर नियमित निरीक्षण किए जा रहे हैं।
निर्माण स्थलों पर “ग्रीन नेट” अब जरूरी
उपाध्यक्ष गर्ग ने अधिकारियों को स्पष्ट
निर्देश दिए कि सभी निर्माणाधीन भवनों पर “ग्रीन नेट”
लगाना अनिवार्य किया जाए, ताकि उड़ती धूल और कण (PM 2.5 और PM 10) को नियंत्रित किया
जा सके। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था शहर में बढ़ते वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाने
की दिशा में अत्यंत आवश्यक है।
स्थानीय स्तर पर होगी सघन निगरानी
बैठक में सचिव डॉ. वेद प्रकाश मिश्रा,
अपर सचिव गुणाकेश शर्मा, नगर नियोजक प्रभात कुमार और सभी जोनल अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारियों
को निर्देशित किया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में निर्माण कार्यों की सघन निगरानी
करें और निर्माण मानकों का उल्लंघन पाए जाने पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करें।
जनभागीदारी पर भी जोर
प्राधिकरण ने आम नागरिकों से भी अपील
की है कि वे निर्माण कार्यों में प्रदूषण नियंत्रण मानकों का पालन करें और किसी भी
तरह की लापरवाही या उल्लंघन की जानकारी स्मार्ट सिटी 311 ऐप या नगर निगम के माध्यम
से साझा करें।
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