भदोही में छाया कालीनों का जादू ,निहाल हुए विदेशी खरीदार
49वां इंडिया कारपेट
एक्सपो
बना
अब
तक
का
सबसे
सफल
मेला
: कुलदीप
राज
पूर्वांचल की
प्रगति
का
आधार
बनेगा
यह
मेला
: जे.पी.एस.
राठौर
210 विदेशी खरीदारों ने
की
शिरकत
सुरेश गांधी
भदोही। पूर्वांचल की कालीन नगरी
भदोही में आयोजित 49वां
इंडिया कारपेट एक्सपो इस बार सफलता
के नए आयाम गढ़
गया। तीन दिनों तक
चले इस अंतरराष्ट्रीय मेले
में दुनिया भर से आए
210 विदेशी खरीदारों और 178 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) द्वारा आयोजित यह मेला न
केवल व्यापारिक दृष्टि से सफल रहा
बल्कि भारत की हस्तनिर्मित
कालीन परंपरा की समृद्ध छवि
को भी दुनिया के
सामने प्रस्तुत कर गया।
प्रदेश के सहकारिता राज्य
मंत्री जे.पी.एस.
राठौर ने सोमवार को
एक्सपो का भ्रमण किया
और कालीन निर्यातकों से संवाद किया।
उन्होंने कहा, यह मेला
पूर्वांचल की आर्थिक प्रगति
में मील का पत्थर
साबित होगा। ओडीओपी योजना के अंतर्गत चयनित
जिले भदोही में कालीन उद्योग
का मेला आयोजित होना
बेहद सार्थक है। इससे स्थानीय
बुनकरों और निर्माताओं को
सीधा लाभ मिलेगा और
विदेशी खरीदारों को उत्पादन प्रक्रिया
की प्रत्यक्ष झलक देखने का
अवसर मिलेगा।
मंत्री ने कहा कि
सहकारिता मंत्रालय कालीन उद्योग के हर संभव
सहयोग के लिए तैयार
है। उन्होंने कालीन उद्योग को “सहकारिता की
सच्ची मिसाल” बताते हुए आयोजकों को
सफल आयोजन के लिए बधाई
दी। सीईपीसी के अध्यक्ष कुलदीप
राज वट्टल ने बताया कि
एक्सपो के तीन दिनों
में अभूतपूर्व व्यापारिक गतिविधि देखने को मिली। विदेशी
खरीदारों ने कई भारतीय
निर्यातकों के साथ नए
ऑर्डर और समझौते किए।
उन्होंने कहा, “इस बार की
प्रतिक्रिया बेहद उत्साहजनक रही।
विदेशी खरीदारों ने भारतीय कालीनों
की गुणवत्ता, डिज़ाइन और कारीगरी की
जमकर सराहना की है।”
उन्होंने बताया कि इस वर्ष
प्रतिभागी निर्यातकों ने नवीनतम डिज़ाइन,
आकर्षक रंग संयोजन और
आधुनिक पैटर्न के साथ नए
उत्पाद प्रस्तुत किए, जिससे खरीदारों
की दिलचस्पी बढ़ी। मेले में
जिलाधिकारी मिर्जापुर पवन गंगवार और
भदोही जिला जज अखिलेश
दुबे ने भी भ्रमण
कर उत्पादों को देखा और
निर्यातकों की सराहना की।
सीईपीसी अध्यक्ष ने मेले की
सफलता के लिए प्रशासनिक
समिति के सदस्यों, अनिल
कुमार सिंह, असलम महबूब, बोध
राज मल्होत्रा, दीपक खन्ना, हुसैन
जफर हुसैनी, इम्तियाज अहमद, पीयूष बरनवाल, महावीर प्रताप शर्मा, मेराज यासीन जान, मुकेश गोंबर,
मोहम्मद वासिफ अंसारी, रवि पाटोदिया, संजय
गुप्ता, रोहित गुप्ता, शौकत खान, शेख
आशिक अहमद के सहयोग
की सराहना की।
कार्यवाहक कार्यकारी निदेशक डा. स्मिता नागरकोटि
ने कहा, “एक्सपो भारतीय कालीन उद्योग के लिए वैश्विक
बाजार में भागीदारी बढ़ाने
का प्रभावी माध्यम बन चुका है।
इसके माध्यम से निर्यातकों को
नए अवसर और नए
बाज़ार मिल रहे हैं।”
49वें
इंडिया कारपेट एक्सपो ने एक बार
फिर सिद्ध किया कि भारतीय
कालीन उद्योग विश्व बाजार में अपनी सशक्त
पहचान रखता है। तीन
दिनों की इस व्यापारिक
यात्रा ने भदोही को
फिर एक बार ‘ग्लोबल
कारपेट कैपिटल’ के रूप में
स्थापित किया है।

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