Monday, 29 December 2025

पूर्वांचल में सर्दी का कहर, गलन-शीतलहर के डबल अटैक से सूरज बेअसर

पूर्वांचल में सर्दी का कहर, गलन-शीतलहर के डबल अटैक से सूरज बेअसर 

सुबह से शाम तक घना कोहरा, दृश्यता घटी, सड़क-रेल-हवाई यातायात प्रभावित

न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री, दिसंबर का आठवां सबसे कम तापमान 

बर्फीली पछुआ से 24 घंटे बना रहा चिलिंग इफेक्ट

स्कूलों में छुट्टी, अस्पताल अलर्ट, दो दिन का यलो अलर्ट जारी

सुरेश गांधी

वाराणसी. काशी सहित पूरे पूर्वांचल में ठंड ने सोमवार को अपना सबसे कठोर रूप दिखाया। गलन और शीतलहर के कहर के बीच सुबह से सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। घने कोहरे ने पूरे शहर को अपनी आगोश में ले लिया, जिससे सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए। 

खास यह है कि सर्दी की बर्फीली लहर केवल तापमान को गिरा रही है, बल्कि पूर्वांचल की जीवनशैली पर भी असर डाल रही है। ठंड के कहर के चलते स्कूलों में छुट्टी दे दी गयी है, तो स्वास्थ्य पर पड़ता ठंड का प्रभाव और सुबह-शाम का कोहरा, ये सभी अलग-अलग दृष्टिकोण उभर रहे हैं। प्रशासन और नागरिकों को मिलकर ऐसे मौसम में जागरूकता, सावधानी और सामाजिक समन्वय सुनिश्चित करना होगा ताकि दैनिक गतिविधियों में जोखिम कम हो और जीवनशैली प्रभावित हो। 

दृश्यता बेहद कम रहने से आम लोगों को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मौसम ने सोमवार को इस सीजन का अब तक का सबसे ठंडा दिन दर्ज कराया। जिले का न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यूपी आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक के अनुसार यह दिसंबर माह का अब तक आठवां सबसे कम तापमान है। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी और वहां से रही बर्फीली पछुआ हवाओं ने ठंड की धार और तेज कर दी है। 

पूरे दिन 7 से 15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली पछुआ हवा शरीर से टकराते ही कंपकंपी छुड़ाती रही। सुबह से रात तक हवा में चिलिंग इफेक्ट बना रहा, जिससे ठिठुरन 24 घंटे महसूस की गई। बनारस पूरा दिन कोल्ड वेव की चपेट में रहा और लोग अलाव, हीटर गर्म कपड़ों का सहारा लेते दिखे। घने कोहरे और ठंड का सीधा असर परिवहन व्यवस्था पर भी पड़ा। कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से चलीं, वहीं बसों और विमानों के संचालन पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। सुबह के समय हाईवे और प्रमुख सड़कों पर वाहन चालकों को विशेष सतर्कता बरतनी पड़ी।

स्वास्थ्य को लेकर प्रशासन भी सतर्क है। मंडल के सभी सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य इकाइयों को पूरी तरह अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि ठंड से जुड़ी बीमारियों से निपटने में कोई कोताही हो। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार जिले में अगले दो दिनों तक कोहरे का यलो अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही हिमालयी क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना जताई गई है। ऐसे में आने वाले दिनों में ठंडक और बढ़ सकती है। काशी में सर्दी अब केवल मौसम नहीं, बल्कि रोजमर्रा की चुनौती बन चुकी है। कोहरा, गलन और शीतलहर ने जनजीवन को थाम दिया है। ऐसे में जरूरी है कि लोग सतर्क रहें, अनावश्यक यात्रा से बचें और प्रशासन ठंड से बचाव के उपायों को और प्रभावी बनाए, ताकि इस ठिठुरन भरे दौर में जनजीवन सुरक्षित और सुचारु बना रहे। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को वाराणसी सहित समूचा पूर्वी उत्तर प्रदेश ठंड और कोहरे की चपेट में रहेगा। क्षेत्र के कई हिस्सों में सुबह-सुबह घना कोहरा जनजीवन और आवाजाही को प्रभावित करेगा. दिन के शुरुआती घंटों में दृश्यता कम रहेगी और वाहन चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। मौसम विज्ञानियों का मानना है कि कोहरा और गलन चरम पर है, और ठंड की स्थिति में अगले कुछ दिनों तक नरमी आने की संभावना नहीं है।

ताज़ा मौसम  

न्यूनतम तापमान : लगभग 7.2°सी से 7.9°सी के बीच, जो मौसम विज्ञानिक मानकों के अनुरूप सर्द रात का संकेत देता है.

अधिकतम तापमान : लगभग 21°सी के आसपास तक पहुँच सकता है, दिन में हल्की धूप निकलने की संभावना है लेकिन गलन और कोहरे के कारण ठंड कम नहीं होगी।

आर्द्रता (ह्यूमिडिटी) : उच्च स्तर पर, सुबह और रात में 90 फीसदी से ऊपर बनी रहेगी, जिससे कोहरे की सतह पर बनी स्थिति और भी गहरी दिख सकती है।

पूर्वांचल के अन्य हिस्सों में मौसम

गोरखपुर आसपास : न्यूनतम तापमान लगभगसी के आसपास और दिन का अधिकतम लगभग 14° सी  तक। सुबह-शाम कोहरा बने रहने के आसार हैं और हवा मंद रहने के कारण गलन बनी रहेगी। लखनऊ सहित मध्य यूपी का परिदृश्य : कोहरे का प्रभाव विशेषकर सुबह-सुबह दृश्यमान रहेगा, न्यूनतम तापमानसी के आसपास और दिन में अधिकतम तापमान लगभग 15° सी -17° सी के बीच।

कोहरा और जनजीवन पर असर

पूर्वांचल के शहरों में सुबह के समय कोहरा इतना घना रहने की संभावना है कि हवाई उड़ानों और ट्रेनों की समय सारिणी प्रभावित हो सकती है। सुबह-दोपहर के शुरुआती घंटों तक दृश्यता में कमी रहने से सड़क यातायात धीमी गति से चलेगा। नागरिकों से सावधानीपूर्वक यात्रा करने और आवश्यक होने पर ही बाहर निकलने की सलाह मौसम विभाग द्वारा दी गई है।

आने वाले दिनों की संभावना

मौसम विशेषज्ञों की भविष्यवाणी के अनुसार ठंडी और कोहरे वाली स्थिति आगामी कई दिनों तक बनी रह सकती है। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से कभी-कभी धूप थोड़ी देर के लिए चमक सकती है, पर रात और सुबह के समय कोहरे तथा गलन का दबाव बना रहेगा।

मुख्य बिंदुः

सुबह-सुबह दृश्यता 100 से 200 मीटर तक सीमित हो सकती है।

कोहरे की स्थिति दिन में भी लंबे समय तक बनी रह सकती है, खासकर पश्चिमी हिस्सों में।

हवा की रफ्तार कम रहने से गलन और ठंड और बढ़ेगी। 

विशेष चेतावनीः

कोल्ड-डे याकोल्ड डेस्थितियाँ, जहां अधिकतम तापमान सामान्य से 4 से 6.5° सी कम रहता है, कई जिलों में बनी रह सकती हैं।

तड़के और शाम-रात के समय तापमान कहीं-कहीं 7 सेसी तक पहुँच सकता है।

नए साल पर संभावित बदलावः

1 जनवरी 2026 को प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश/बूंदाबांदी के संकेत मौसम एजेंसियों द्वारा दिये जा रहे हैं, जिससे रात का तापमान और गिर सकता है।

सर्द हवाओं और उच्च आर्द्रता से मरिज़ों में श्वसन समस्याएँ, जोड़ों में दर्द, और बुजुर्ग/बच्चों के लिए ठंड का गंभीर प्रभाव संभव।

प्रशासन ने कई जिलों में कोल्ड डे चेतावनी और यलो/ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, ताकि जन-सुरक्षा सुनिश्चित रहे।

सुरक्षित ड्राइविंग, समयबद्ध आवागमन, स्वस्थ पोषण और गर्म वस्त्रों का प्रयोग आवश्यक है।

विशेषकर बुजुर्ग, बच्चे, श्वसन सम्बन्धी रोग वाले नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए।

प्रशासन को चाहिए कि सड़क और यातायात व्यवस्थाओं में कोहरे की समस्या को ध्यान में रखकर अग्रिम उपाय जारी करे।

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