Friday, 11 May 2018

वकील की हत्या के विरोध में न्यायिक कार्य से विरत रहे अधिवक्ता

वकील की हत्या के विरोध में न्यायिक कार्य से विरत रहे अधिवक्ता 
शीघ्र ही हत्यारों की गिरफ्तार नहीं किया गया तो होगा उग्र आंदोलन  
                            सुरेश गांधी 
        ज्ञानपुर, भदोही। वकील राजेश श्रीवास्तव की हत्या के विरोध में डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन, भदोही-ज्ञानपुर के तत्वावधान में शुक्रवार को अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया। इस दौरान अदालतें तो बैठीं लेकिन, वकीलों की गैरमौजूदगी में जज अपने चेंबरों में वापस चले गए। इससे अदालतों में कामकाज पूरी तरह ठप रहा। सुबह बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं ने न्यायालय परिसर में जुलूस निकाला। जुलूस में शामिल अधिवक्ता पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद, राजेश के हत्यारों को गिरफ्तार करो-गिरफ्तार करो के नारे लगा रहे थे। जुलूस दीवानी न्यायालय से शुरु होकर सीजेएम न्यायालय परिसर में समाप्त हो गया। न्यायिक कार्य ठप होने से दूरदराज से आएं वादकारियों को बैरंग वापस लौटना पड़ा। 
             सभा में वकीलों ने घटना की निंदा की है और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की है। वकीलों ने हत्यारोपितों की गिरफ्तारी न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी। मुख्यमंत्री की ओर से मृतक के परिवारीजन को 20 लाख रुपये की सहायता देने पर आभार जताया। इससे पहले वकीलों की बैठक में न्यायिक कार्य बहिष्कार का प्रस्ताव पारित किया गया। प्रस्ताव मेंमृतक के परिवार के कम से कम एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की मांग सरकार से की गई। जिन अधिवक्ताओं के पास माफिया के खिलाफ मुकदमे हैं, उन्हें और उनके परिवार को सुरक्षा दी जानी चाहिए। अफसोस है कि न्याय दिलाने वाला खुद न्याय नहीं पा रहा है। सभा में अधिवक्ताओं ने कहा कि फर्जी एनकाउंटर के जरिए अपराध रोकने में जुटी यूपी पुलिस का दावा हवा-हवाई साबित हो रही है। एक के बाद एक हत्या, लूट, डकैती, बलात्कार की घटनाएं हो रही है। अब तो गरीब से गरीब व्यक्ति को न्याय दिलाने वाले अधिवक्ता भी असुरक्षित हो गए हैं। इलाहाबाद में सीनियर अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव की बदमाशों ने दिनदहाड़े हत्या कर दी। हत्या के बाद अपराधी बड़े ही आराम से भाग निकले और पुलिस देखती ही रह गयी। अधिवक्ताओं ने कहा कि योगीराज में अपराध लगातार बड़ रहा है। यदि शीघ्र ही अधिवक्ता के हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जायेगा। 
      सभा में एसोसिएसन के अध्यक्ष अश्विनी कुमार मिश्र, सचिव विमलेश कुमार यादव, सीनियर अधिवक्ता तेज बहादुर यादव, स्वामी प्रसाद मिश्रा, ओमप्रकाश मौर्य, मजहर शकील, राकेश पांडेय, पंकज तिवारी, मुन्नर राम यादव, आलोक दुबे, वीरेन्द्र कुमार चैहान, राजधर बिन्द, श्याम शंकर यादव, गिरजाशुकर यादव, ओमप्रकाश सरोज, ब्रह्मकिशोर श्रीवास्तव, शशि पांडेय, संतोष दुबे, श्रीमती स्नेहलता, सुषमा मिश्रा, अशोक त्रिपाठी, विजय नारायण पांडेय, शिवकुमार आदि ने अपने विचार व्यक्त किया। सभा के अंत में अधिवक्ताओं ने दो मिनट का मौन रखकर ईश्वर से मृतक आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। 

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