जायसवाल क्लब का दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी सम्मेलन 2 को
देशरभर युवा विंग, महिला विंग सहित मेन ईकाई के पदाधिकारी होंगे शामिल, तय होगा आगे का एजेंडा
सुरेश गांधी
वाराणसी। जायसवाल क्लब के तत्वावधान में दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी सम्मेलन वाराणसी में होगा। क्लब का यह तीसरा बड़ा सम्मेलन है, जिसमें देश भर के युवा विंग, महिला विंग व मेन ईकाई के पदाधिकारी शामिल होंगे। सम्मेलन 2 व 3 अक्टूबर दिन शनिवार व रविवार को वीएनएस वरुणा होटल, सिगरा (कोतवाली के सामने) में होगा। सम्मेलन में देशभर के 150 से अधिक पदाधिकारी शामिल होंगे। रविवार को कार्यक्रम की तैयारियों के बाबत क्लब के संस्थापक सदस्य एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया। श्री जायसवाल ने बताया कि इस सम्मेलन में यूपी के अलावा मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, पंजाब, राजस्थान, केरल, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु व उड़ीसा के लोग शामिल हो रहे है। सम्मेलन की मेजबानी क्लब के संस्थापक एवं सूबे के स्टांप शुल्क पंजीयन राज्य मंत्री रवीन्द्र जायसवाल करेगे।
कार्यक्रम की तैयारियों के बाबत मनोज जायसवाल ने बताया कि जायसवाल क्लब अपने स्थापना काल से ही समाज के शारीरिक, सामाजिक एवं बौद्धिक विकास पर ध्यान देता आ रहा है। क्योंकि जब समाज के लोग संस्कारवान व अनुशासित बनेंगे तो ही उनकी पहचान बनेगी। समाज की एकजुटता इस बात की गवाह है कि कल तक जो अपने आप को जायसवाल कहने से डरता था, वह आज क्लब की शक्ति पाकर गर्व से अपने आप को जायसवाल कहता है। शक्ति की उपासना एवं समाज का सर्वांगीण विकास ही क्लब की स्थापना का मूल उद्देश्य है। समाज में परिवर्तन तथा उसे बेहतर भविष्य की ओर ले जाने के वास्ते सभी को संगठित करना है। क्लब का लक्ष्य है कि समाज के सकारात्मक काम समाज के लोगों द्वारा ही पूरे किए जा सकें। क्योंकि जब समर्थ संस्कारवान और संपूर्ण समाज का निर्माण हो जाएगा तो समाज अपने हित के सभी कार्य स्वयं करने में सक्षम होगा
मनोज जायसवाल ने बताया कि इस बार की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सम्मेलन में देश भर से आने वाले स्वजातिय बंधुओं एवं पदाधिकारियों से विचार विमर्श के बाद आगे की रणनीति तय होगी। सम्मेलन में जायसवाल क्लब समाज के कुलदेवता राजराजेश्वर भगवान सहस्त्राबाहुजी महराज व श्रद्धेय डॉ काशी प्रसाद जायसवाल की प्रतिमा हर शहर, हर जिला मुख्यालयों पर लगवाने के साथ ही काशी प्रसाद जायसवाल को भारत रत्न दिलाने के लिए संकल्पित है। उनका मानना है कि चुनावों में स्वजातिय बंधु उस दल का समर्थन करेंगे, जो उनका हक व सम्मान दिलायें। जायसवाल क्लब, जिसमें जायसवाल, कलवार, कलाल, ब्याहुत, गुप्ता, शिवहरे, अहलूवालिया, चौधरी, चौकसी, नेवाड़ा, गुलहरे, बाटम, वालिया जैसे दर्जनों संबोधनों वाली उप जातियां है। देशभर में फैले 20 करोड़ से भी अधिक स्वजातिय बंधु है और उन्हें एकजुट कर अपने राजनीतिक अधिकारों के लिए लड़ना, राजधानी से लेकर जिलों में उनके नाम पर सड़क का नामकरण करने व उनके नाम पर मुद्रा के रुप में क्वाइन जारी करने, स्कूल, कालेज, विश्व विद्यालय खोलने, एनसीआरटी में उनकी जीवनी को पढ़ाने की भी मांग प्रदेश व केन्द्र सरकार से करेगा। इसके अलावा विवाह के मौके पर किए जा रहे फिजूलखर्ची को रोकना और इस फिजूलखर्ची को समाजहित में खर्च करने के लिए समाज को प्रेरित करना है।
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