केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने किया इंडिया कारपेट एक्स्पों का शुभारांभ
रोजगार का बड़ा प्लेटफार्म है ‘कारपेट इंडट्री’ : अनुप्रिया
2030 में कालीन निर्यात
2 ट्रिलियन
का
हो,
इस
लक्ष्य
पर
काम
कर
रही
है
सरकार
सुरेश गांधी
वाराणसी। कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के तत्वावधान में
आयोजित चार दिवसीय इंडिया कारपेट एक्सपो-2022 का शुभारंभ केंद्रीय
वाणिज्य एवं उद्योग विभाग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने फीता काटकर
किया। इस मौके पर
उद्यमियों को संबोधित करते
हुए अनुप्रिया ने कहा कि
कारपेट इंडस्ट्री रोजगार का बड़ा प्लेटफार्म
है, बशर्ते सीइपीसी इसी तरह के आयोजनों के
जरिए लगातार प्रयासरत है। सरकार सीईपीसी के प्रयासों को
गति देने एवं उद्यमियों की समस्याओं के
निराकरण के लिए संकल्पित
है।
अनुप्रिया ने कहा कि
सीइपीसी के प्रयासों का
ही फल है कि
इस चार दिवसीय आयोजन में 70 देशों के तकऱीबन 400 से
अधिक आयातक भदोही पहुंचे है। इसकी बड़ी वजह दुनिया के बाजारों में
भदोही के हस्तनिर्मित कालीनों
की गुणवत्ता है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष
भारत का एक्सपोर्ट 1.5 मिलियन
था, जो 20 फीसदी बढ़कर 1.8 मिलियन हो गया है।
इसमें कालीन उद्योग का बड़ा योगदान
है। भदोही में इस आयोजन के
माध्यम से कारपेट एक्सपोर्ट
में तेजी आएगी।
प्रधानमंत्री का प्रयास है कि 2030 में यह एक्सपोर्ट दो ट्रिलियन का हो, इसके लिए सरकार काम कर रही है। इसमें कारपेट उद्योग का बड़ा योगदान रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा हर उद्योग में है, इतने कंपटीशन के बाद भी हमारे देश के कालीनों की 70 देशों में मांग है। यह और बढ़े इसके लिए मंत्रालय से कई स्कीमों के माध्यम से निर्यातकों को लाभ दिया जा रहा है। परिणाम यह है कि कोरोनाकाल में भी 2020-21 में कालीन उद्योग में 21 फीसदी की वृद्धि हुई। उन्होंने कहा कि कारपेट इंडस्ट्री के लिए गर्व की बात है कि इसका योगदन जीडीपी में जहां 10 फीसदी है, वहीं विदेशी मुद्रा में 15 फीसदी।
अनुप्रिया ने कहा कि
इस उद्योग की बेहतरी के
लिए केंद्र व राज्य सरकार
इसकी ब्रांडिंग और बाजार के
लिए सीइपीसी के जरिए लगतार
प्रयासरत है। इसके लिए उद्यमियों को विभिन्न योजनाओं
के माध्यम से लाभान्वित व
उत्साहित किया जा रहा है।
इस तरह के आयोजन भदोही
में और भी हों,
ऐसा प्रयास जारी रहना चाहिए, इसमें सरकार का पूरा सहयोग
रहेगा। इस मौके पर
सांसद रमेश चंद्र बिंद, आयुक्त विंध्याचल योगेश्वर राम मिश्र, डीएम गौरांग राठी, सीईपीसी के चेयरमैन उमर
हामिद, विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त मुख्य सचिव एमएसएमई, भारत सरकार अमित मोहन प्रसाद, सांसद रमेश चंद बिंद, मंडलायुक्जत योगेश्वर राम मिश्रा, डएम गौरांग राठी, ज्ञानपुर विधायक विपुल दुबे, मड़ियाहूं विधायक डॉ. आर.के. पटेल,
सीइपीसी चेयरमैन उमर हमीद, सीईपीसी, प्रशासन समिति सदस्य एवं उपाध्यक्ष मुकेश कुमार गोम्बर, रोहित गुप्ता, पूर्व विधायक रविन्द्रनाथ त्रिपाठी, नगर चेयरमैन अशोक जायसवाल, एकमाध्यक्ष रजा खान आदि मौजूद थे।
पहले दिन 27 देशों के 120 विदेशी खरीदार पहुंचे
सीईपीसी चेयरमैन ने कहा कि भदोही में कारपेट एक्सपो मार्ट सौर ऊर्जा के साथ एक ग्रीन मार्ट है, जिसमें एक प्रदर्शनी क्षेत्र हॉल 7000 वर्ग मीटर है। हस्तनिर्मित कालीन और अन्य फर्श कवरिंग के प्रदर्शन के लिए 94 स्थायी दुकानें है। मार्ट अंतरराष्ट्रीय स्तर की अन्य सभी सुविधाओं के साथ केंद्रीय रूप से वातानुकूलित है। उन्होंने कहा कि मेले में भाग लेने वाले निर्माताओं और निर्यातकों के लिए व्यापार के जबरदस्त अवसर हैं, क्योंकि दुनिया भर से हस्तनिर्मित कालीनों के विभिन्न प्रमुख खरीदार शो में भाग लेंगे और निकट भविष्य में हजार करोड़ से अधिक के ऑर्डर निष्पादित होने की उम्मीद है। कार्पेट एक्सपो में नए फॉल-विंटर रंग और डिजाइन प्रदर्शित किए जा रहे हैं। पहले दिन लगभग 27 देशों के 120 विदेशी कालीन खरीदारों की रिकॉर्ड संख्या मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, ब्राजील, कनाडा, चिली, कोलंबिया, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हंग्री, इज़राइल, इटली, जापान, म्यांमार, नेपाल, नीदरलैंड, रोमानिया , रूस, स्पेन, स्वीडन, टियावान, थाईलैंड, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, वियतनाम और 125 खरीद प्रतिनिधियों ने इस ग्रामीण आधारित कुटीर क्षेत्र के लिए व्यवसाय उत्पन्न करने के लिए एक्सपो का दौरा किया।
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