पूर्वांचल विद्युत निगम के निदेशक तकनीकी पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज
काली कमाई पर विजिलेंस ने की कार्रवाई
सुरेश गांधी
वाराणसी। वर्ष 2020 से पूर्वांचल विद्युत
वितरण निगम लिमिटेड में डायरेक्टर (टेक्निकल) के पद पर
तैनात पृथ्वीपाल सिंह पर भ्रष्टाचार के
आरोप लगे हैं। उनके खिलाफ वाराणसी के चितईपुर थाने
में विजिलेंस के इंस्पेक्टर ने
आय से अधिक संपत्ति
के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। विजिलेंस के इंस्पेक्टर चंद्रभूषण
प्रजापति ने जो तहरीर
दी है, उसके मुताबिक निदेशक ने आय से
97 लाख रुपये ज्यादा कमाई की है। इसके
अलावा वाराणसी सहित कई शहरों में
संपत्ति बनाई है। इस कार्रवाई से
निगम के अफसरों में
हड़कंप मचा हुआ है। गौरतलब है कि पृथ्वीपाल
सिंह वाराणसी में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निदेशक (तकनीकी)
के पद पर फरवरी
2020 से तैनात हैं। उत्तर प्रदेश पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के लखनऊ स्थित
मुख्यालय के अध्यक्ष ने
पृथ्वीपाल सिंह की संपत्ति की
जांच के लिए विजिलेंस
को कहा था। जांच में सामने आया कि एक जून
1986 से 30 जून 2022 तक पृथ्वीपाल सिंह
की आय चार करोड़
62 लाख 82 हजार 776 रुपये थी। लेकिन, इस अवधि में
उनके द्वारा पांच करोड़ 60 लाख 62 हजार 667 रुपये खर्च किए गए। इस तरह से
पृथ्वीपाल सिंह ने अपनी आय
से 97 लाख 79 हजार 891 रुपये ज्यादा खर्च किए। यह रुपये पृथ्वीपाल
सिंह द्वारा वैध स्त्रोतों से अर्जित आय
से 21.13 प्रतिशत ज्यादा है। यह रुपये कहां
से आए, इसकी पड़ताल की जा रही
है। इंस्पेक्टर चंद्रभूषण प्रजापति के अनुसार जांच
में सामने आया कि पृथ्वीपाल सिंह
ने वैध कमाई से ज्यादा खर्च
किया। यह भ्रष्टाचार निवारण
अधिनियम 1988 के तहत अपराध
की श्रेणी में आता है। इसलिए पृथ्वीपाल के खिलाफ चितईपुर
थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा
दर्ज कराया गया है।
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