माटीकला एवं माटी शिल्पकला में उत्कृष्ट कार्य
करने वाले कारीगरों को मिलेगा पुरस्कार
31 मई तक करें आवेदन,
चयनित
कारीगरों
को
मिलेगा
नकद
पुरस्कार
व
प्रशस्ति
पत्र
सुरेश गांधी
वाराणसी। उत्तर प्रदेश माटीकला बोर्ड की ओर से हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी माटीकला एवं माटी शिल्पकला में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कारीगरों और शिल्पियों को पुरस्कृत किया जाएगा। इसके अंतर्गत मिट्टी के बर्तन, खिलौने, मूर्तियाँ आदि बनाकर जीविकोपार्जन करने वाले कुम्हारों, माटीकला शिल्पकारों और परंपरागत कारीगरों को उनके उत्कृष्ट कार्य के आधार पर मंडल स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।
इस संबंध में
परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी, वाराणसी मंडल श्री यू.पी. सिंह ने
जानकारी दी कि माटीकला
क्षेत्र के प्रोत्साहन एवं
पारंपरिक हस्तशिल्प को बढ़ावा देने
हेतु यह योजना संचालित
की जा रही है।
योजना के अंतर्गत चयनित
कारीगरों को प्रथम पुरस्कार
₹15,000, द्वितीय पुरस्कार ₹12,000 और तृतीय पुरस्कार
₹10,000 की धनराशि का चेक तथा
प्रशस्ति पत्र प्रदान कर
सम्मानित किया जाएगा।
ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 31 मई
कारीगरों एवं शिल्पकारों से अपील की गई है कि वे इस योजना के अंतर्गत आवेदन अवश्य करें। आवेदन करने की प्रक्रिया पूर्णतः ऑनलाइन है और इसके लिए माटीकला बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर आवेदन किया जा सकता है। आवेदन करते समय अभ्यर्थियों को निम्न दस्तावेज अनिवार्य रूप से अपलोड करने होंगे: आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक की प्रति, आवेदक की पासपोर्ट साइज फोटो, उत्पाद (कला सामग्री) की स्पष्ट फोटो, श्री सिंह ने बताया कि माटीकला से जुड़ी पारंपरिक कला को पुनर्जीवित करने और युवाओं को इससे जोड़ने का उद्देश्य इस योजना के मूल में है।
इससे न केवल स्थानीय हस्तशिल्प को पहचान मिलेगी, बल्कि कारीगरों को आर्थिक रूप से भी सहयोग प्राप्त होगा। अधिक जानकारी के लिए कारीगर व शिल्पी दूरभाष संख्या 9580503155 पर संपर्क कर सकते हैं।
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