बिजलीकर्मियों का निजीकरण के खिलाफ हुंकार : 2 और 9 जुलाई को देशव्यापी आंदोलन
पन्नालाल पार्क
उपकेंद्र
पर
आज
होगी
जनजागरण
सभा,
जनप्रतिनिधि
होंगे
शामिल
सुरेश गांधी
वाराणसी. उत्तर प्रदेश में बिजली के निजीकरण के विरोध में सोमवार को वाराणसी के बिजलीकर्मियों ने भिखारीपुर स्थित प्रबंध निदेशक कार्यालय पर जबरदस्त प्रदर्शन किया। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले हुए इस विरोध में बड़ी संख्या में संविदा कर्मियों और अभियंताओं ने भाग लिया। इस दौरान नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लॉइज एंड इंजीनियर्स की बैठक में यूपी के आंदोलन की सराहना करते हुए यह निर्णय लिया गया कि 02 जुलाई को देशभर में यूपी बिजली कर्मियों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन होगा। 09 जुलाई को निजीकरण के विरोध में राष्ट्रव्यापी हड़ताल की जाएगी।
प्रदर्शनकारियों ने सरकार को
चेताया कि अगर निजीकरण
का फैसला वापस नहीं हुआ
तो आंदोलन और तेज होगा।
उन्होंने बताया कि सोमवार को
जनजागरण अभियान के तहत पन्नालाल
पार्क स्थित 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र
पर शाम 3 बजे सभा आयोजित
की जाएगी, जिसमें जनप्रतिनिधि, व्यापारी संगठन और आमजन भाग
लेंगे। वक्ताओं ने कहा कि
विद्युत व्यवस्था चरमराई हुई है क्योंकि
पूर्वांचल में संविदाकर्मियों की
संख्या में बड़ी कटौती
हुई है। वाराणसी जैसे
महत्वपूर्ण क्षेत्र से पिछले एक
साल में करीब 400-500 संविदाकर्मी
हटाए गए हैं, जिससे
मरम्मत कार्यों में देरी हो
रही है।
संघर्ष समिति की मांगों पर अब तक नहीं हुई सुनवाई
संघर्ष समिति ने बताया कि
दो महीने पहले ही प्रबंधन
को पांच सूत्रीय मांग
पत्र दिया गया था,
लेकिन न तो समाधान
किया गया और न
ही वार्ता के लिए बुलाया
गया। इससे कर्मचारियों में
असंतोष लगातार बढ़ता जा रहा
है।
केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग
नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ने केंद्र सरकार
से अपील की कि
किसानों, घरेलू और गरीब उपभोक्ताओं
के हित में यूपी
में चल रही निजीकरण
प्रक्रिया को तुरंत रोका
जाए। सभा की अध्यक्षता
ई. नरेंद्र वर्मा ने की और
संचालन सौरभ श्रीवास्तव ने।
वक्ताओं में ई. मायाशंकर
तिवारी, ई. के.के.
ओझा, ई. प्रीति यादव,
ई. रुचि कुमारी, अलका
कुमारी, प्रमोद कुमार, अंकुर पांडेय, संदीप कुमार, रंजीत पटेल, विजय नारायण ’हिटलर’,
सुनील कुमार, मनोज यादव, हेमंत
श्रीवास्तव आदि शामिल रहे।
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