कोरोना महामारी के बीच संकटमोचक बने संदीप’ रक्तदान कर बचाई महिला की जान
सुरेश गांधी
वाराणसी।
हर में
हर दिन
कोरोना महामारी
का संक्रमण
बढ़ते ही
जा रहा
है। लॉकडाउन
के चलते
लोग घरों
में कैद
है। इस
बीच यदि
किसी को
ब्लड की
जरुरत पड़
जा रही
है तो
लोगबाग छोड़िए
सगे संबंधी
भी कन्नी
काट जा
रहे है।
लेकिन काशी
के गायघाट
निवासी रोहित
कुमार सहानी
ऐसे शख्स
है जो
लॉकडॉउन में
भी एक
कॉल पर
संकट में
पड़े मरीजों
को रक्तदान
कर उन्हें
नया जीवनदान
देने में
हर संभव
कोशिश में
जुटे है।
कोरोना संकट
में भी
शहर के
विभिन्न अस्पतालों
में भर्ती
अब तक
18 मरीजों को रक्त देकर उनके
परिवारों पर
न सिर्फ
मुस्कान बिखेरी
है बल्कि
मानवता की
एक अद्भूत,
अकल्पनीय, अविश्वसनीय मिसाल पेश की
है।

श्री साहनी
ने कहा
कि महामारी
के दौर
में हर
स्वस्थ्य व्यक्ति
को रक्तदान
करनी चाहिए।
उन्होंने बताया
कि 10 साल
से लोगों
की जान
बचाने के
लिए रक्तदान
करते आ
रहे हैं।
रक्तदान एक
ऐसा महादान
है जिसकी
अन्य किसी
दान से
तुलना नहीं
की जा
सकती। जरूरतमंद
मरीज को
समय पर
अगर रक्त
न मिले
तो उसकी
जान पर
बन आती
है। अक्सर
इस तरह
के कई
मामले भी
सामने आते
हैं, जिसमें
समय पर
ब्लड न
मिलने के
कारण व्यक्ति
की मौत
हो जाती
है। आज
ऐसे कई
लोग हैं
जिनके अंदर
अपना खून
देकर दूसरों
की जान
बचाने का
जुनून है,
ऐसे रक्तदीपों
में शामिल
हैं भरत
लाल बिंद,
महिपाल सिंह
राजपूत, अभिषेक
सिंह, आशुतोष
तिवारी, राहुल
सिंह, चिंटू
केसरवानी, दया शंकर तिवारी, जयन्त
अग्रवाल, राहुल
चौधरी, अंकित
अग्रवाल, अनुपम
सिंह, कृष्णा
चौधरी, राज
मौर्या, रामचंद्रा
गोदरा, रमेश
दुबे, रोशन
कुँवर, प्रखर
त्रिपाठी आदि।
ये ऐसे
रक्त दीप
हैं जो
लॉकडाउन में
भी अपना
सामाजिक दायित्व
निभा रहे
हैं।
खासतौर से
तब जब
शहर के
अधिकांश ब्लड
बैंक रक्त
की उपलब्धता
में असमर्थता
जता रहे।
लेकिन ये
रक्त दीप
सूचना मात्र
पर ही
जरूरतमंदों के पास पहुंचकर उन्हें
जिंदगी देने
में अहम
भूमिका निभा
रहे हैं।
इसके लिए
किसी को
परिवार की
नाराजगी तो
किसी को
प्रशासनिक परेशानी का सामना भी
करना पड़ा,
लेकिन वे
अपना दायित्व
निभाने से
पीछे नहीं
हटे। इनका
कहना है
कि रक्तदान
करना उन्हें
अच्छा लगता
है। किसी
की जरूरत
पर काम
आना यही
असली मानवता
है। ईश्वर
से प्रार्थना
है कि
ऐसे नेक
काम का
मौका मुझे
देता रहे।
श्री साहनी
ने बताया
कि उन्होंने
‘बनारस इश्क‘ नाम से फेसबुक
पेज बनाया
है। उनके
डेढ़ लाख
से अधिक
फालोवर है।
उन्होंने कहां
कि यह
कोई एनजीओ
नहीं है।
सब अपनी
मर्जी से
रक्त दान
के लिए
आगे आते
हैं। लोग
इस पेज
के जरिए
भी संवर्क
करते है
और हमारी
टीम अचानक
रक्त की
जरूरत पड़ने
पर बिना
समय गंवाये
रक्तदान कर
किसी का
जीवन बचाने
में अपना
सहयोग देते
है।
श्री साहनी
लोगों से
अपील करते
है कि
वे सभी
यथासंभव रक्तदान
अवश्य करें।
साथ ही
अपने सगे-संबंधियों और
मित्र को
भी इस
पुण्य कार्य
के लिए
प्रेरित करें।
एक स्वस्थ
व्यक्ति एक
वर्ष में
अधिकतम चार
बार रक्तदान
कर सकता
है। जबकि
एक वर्ष
में 24 बार
भी प्लेटलेट्स
दे सकता
है। श्री
साहनी ने
कहते हैं
कि कोरोना
के चलते
28 दिनों से
लॉकडाउन जारी
है। ऐसे
में रक्त
की उपलब्धता
बेहद मुश्किल
हो गई।
इन दिनों
सेवाभावी संगठन
द्वारा रक्तदान
शिविर आयोजित
नहीं किए
जा रहे
हैं। इसके
चलते रक्त
संग्रहण मुश्किल
हो गया
है। रक्तदान
के लिए
लोग अस्पताल
में जाने
से बच
रहे हैं।
थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को भी
ब्लड ट्रांसफ्यूजन
के लिए
डोनर लाना
आवश्यक कर
दिया है।
लेकिन ऐसे
परिवारों की
वे मदद
करने में
जरा भी
संकोच नहीं
करते है।
Saluted🙏
ReplyDeleteGreat initiative by banarasi ishq ����
ReplyDeleteहमें गर्व है अपने बनारसी इश्क़ परिवार वालो पर साथ ही साथ बनारसी इश्क परिवार के मुखिया बड़े भाई रोहित साहानी जी पर, आप लोग जहाँ देश वर्तमान में वैश्विक महामारी के दौर से गुजर रहा है, और आप लोग अपने साहस हिम्मत संकल्पबद्ध कर्तव्यनिष्ठा होकर जीवनदाता के रूप में अपने दायित्वों का निर्वहन करने में कोई कसर नही छोड़ रहे.. भगवान बाबा श्री काशी विश्वनाथ आप सभी को ऐसे कार्य करने हेतु अपार शक्ति प्रदान करे हमारे तरफ से प्रभु के चरणों में ऐसी प्रार्थना है 🙏🙏
ReplyDeleteहर हर महादेव 🙏🙏🙏🙏
बहोत अच्छा और नेक कार्य आप के द्वारा समाज को जगाने वाले कार्य के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
ReplyDeleteऔर सभी रक्त दाताओ को ईश्वर सक्ति दे 🙏💐
धन्यवाद आपका
ReplyDeleteधन्यवाद आपका सुरेश जी
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