हनुमान जयंती के मौके पर लांच होते वायरल हुआ ’रघुकुल चला राम के द्वार’
पत्रकार एवं लेखक डॉ अरविंद सिंह का “रघुकुल चला राम के द्वार“ एल्बम का लोकार्पण
युवाओं को
सनातन
से
जोड़ने
में
यह
भजन
महती
भूमिका
निभायेगा
: पातालपुरी मठ
के
पीठाधीश्वर
महंत
बालक
दास
राष्ट्र की
सही
तस्वीर
समाज
के
सामने
लाने
उसे
सचेत
करने
के
लिए
यह
एल्बम
बहुत
सामयिक
एवं
प्रासंगिक
है
भजन के
लेखक
डॉ
अरविंद
सिंह
व
उसे
स्वर
संगीतकार
राजन
तिवारी
ने
दी
है
सुरेश गांधी
वाराणसी। अयोध्या में भगवान राम
के विराजमान होने के बाद
प्रथम दीपावली एवं हनुमान जयंती
के मौके पर बुधवार
को भगवान भोलेनाथ की नगरी काशी
में पातालपुरी मठ के पीठाधीश्वर
महंत बालक दास ने
“रघुकुल चला राम के
द्वार“ एल्बम का लोकार्पण बटन
दबाकर किया। इस दौरान उन्होंने
कहा कि यह गीत
युवा पीढ़ी को सनातन
से जोड़ने में महती भूमिका
निभायेगी।
शहर के बसही
स्थित चंद्र वाटिका लान में आयोजित
भव्य समारोह में बतौर मुख्य
अतिथि बालक दास ने
कहा कि राष्ट्र की
सही तस्वीर समाज के सामने
लाने उसे सचेत करने
के लिए यह एल्बम
बहुत सामयिक एवं प्रासंगिक है।
उन्होंने कहा कि कमल
के माध्यम “रघुकुल चला राम के
द्वार“ के लेखक वरिष्ठ
पत्रकार डॉ
अरविंद सिंह व उसे
स्वर प्रदान करने वाले संगीतकार
राजन तिवारी ने भजन के
माध्यम से इतिहास को
दोहराया है। पहले भी
लेखनी, गीत, संगीत व
भजनों के माध्यम से
राष्ट्र की स्वतंत्रता के
लिए अलग जगाई गई
है, आज राष्ट्र की
एकता- अखंडाता के लिए यह
प्रयास सराहनीय है।
बालकदास जी महराज ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज के नौनिहाल व युवा पीढ़ी को शिक्षा तो मिल रही है, पर वे सनातन संस्कृति व संस्कारों से कट रहे हैं, इसकी वजह से माता-पिता का स्वयं नौनिहालों के दादा-दादी से दूर रहना है, जिसके कारण वे किस्सा, कहानियां के माध्यम से सनातन संस्कार से दूर रहे तो वे बच्चों को क्या सिखाएंगे। बहुत से लोग डॉक्टर, इंजीनियर, अधिकारी तो बन गए हैं, पर संस्कारों से दूर हैं। हमें उम्मीद है कि इस एल्बम से समाज को सजग करने में मदद मिलेगी।
बतौर विशिष्ट अतिथि
हिंदू युवा वाहिनी (यूपी)
के प्रमुख नेता अम्बरीश सिंह
“भोला“ ने कहा कि
श्री हनुमंत कृपा से ही
यह एल्बम तैयार हुआ है, जो
मां भारती के बच्चों को
सही राह दिखाएंगा। आचार्य
जगदीश्वर दास जी महाराज
ने कहा कि हिंदू
अब भी नहीं जगे
और बटे रहे तो
उन्हें कटने से कोई
बचा नहीं सकता। इतिहास
साक्षी है दशकों पूर्व
भी यह कार्य बहुत
हुआ था पर उसपर
ध्यान न देने से
लंबे समय तक हम
गुलाम रहे और यातनाएं
सही। समारोह की अध्यक्षता कर
रहे यूपी कॉलेज के
प्रधानाचार्य डॉ रमेश प्रताप
सिंह ने कहा कि
डॉक्टर अरविंद सिंह ने रघुकुल
की परंपरा को आगे बढ़ाया
है। समय है समाज
के संगठित और सक्रिय होने
का अन्यथा आने वाली पीढ़ियां
हमें माफ नहीं करेगी।
समारोह के प्रारंभ में
अतिथियों का स्वागत करते
हुए गीत के लेखक
डॉक्टर अरविंद सिंह ने कहा
कि “रघुकुल चले राम के
द्वार“ हमने नहीं लिखा
है श्री हनुमान महाराज
ने हम हमसे लिखवाया
है। हम जैसा प्रभु
की प्रेरणा हो रही है
वैसा कर रहे हैं।
हमारा प्रयास समाज को जोड़ने
का है, राष्ट्र को
एक रखने का है।
इस अवसर पर रणवीर
सिंह, सुधीर, देवेंद्र प्रताप सिंह, राजेंद्र कुमार दूबे, डॉ अशोक सिंह,
अंबिका सिंह, संजीव सिंह, सुश्री दीपा सिंह, किरण
सिंह सहित बड़ी संख्या
में विशिष्टजन उपस्थित थे। संचालन डॉ
संजय सिंह गौतम ने
किया।
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