Thursday, 30 October 2025

देव दीपावली : ‘क्लीन काशी, ग्रीन काशी, डिवाइन काशी’ के भाव से नहाएंगे घाट, जगमगाएगी दिव्यता

देव दीपावली : ‘क्लीन काशी, ग्रीन काशी, डिवाइन काशीके भाव से नहाएंगे घाट, जगमगाएगी दिव्यता 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की तैयारियों की समीक्षा, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह बोलेकाशी बनेगी विश्व संदेश की प्रतीक

5 लाख से अधिक पर्यटकों के आने का अनुमान, 250 करोड़ से ज्यादा की स्थानीय आमदनी की उम्मीद

गंगा महोत्सव में शास्त्रीय, लोक और आधुनिक संगीत की अनूठी संगम यात्रा 1 से 4 नवंबर तक ख्यातिप्राप्त कलाकारों की प्रस्तुतियां

सुरेश गांधी

वाराणसी. काशी की मिट्टी में जब दीपों की लौ झिलमिलाती है, तो मानो गंगा स्वयं आरती गाने लगती हैं। तब काशी केवल एक शहर नहीं रहतीवह अध्यात्म, संस्कृति और अर्थव्यवस्था का अद्भुत संगम बन जाती है। इस वर्ष की देव दीपावली, जोक्लीन काशी, ग्रीन काशी, डिवाइन काशीकी थीम पर आयोजित की जा रही है, सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिक आत्मा और सांस्कृतिक गौरव का सजीव प्रतीक बन गई है। खास यह है कि काशी के पर्यटन और स्थानीय व्यापार के लिए भी वरदान साबित होने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पर्यटन विभाग ने घाटों से लेकर गलियों तक युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं।  नमो घाट से लेकर अस्सी घाट तक स्मार्ट लाइटिंग, फ्लोरल डेकोरेशन, थीम-आधारित इंस्टॉलेशन, लेज़र शो और ग्रीन आतिशबाज़ी के माध्यम से इस बार काशी पहले से भी अधिक भव्य और दिव्य नजर आएगी। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया, देव दीपावली काशी की सनातन परंपरा और लोक आस्था का वह उत्सव है, जहां हर दीप केवल ज्योति नहीं, बल्कि धर्म, कर्तव्य और राष्ट्रभाव का प्रतीक बनता है। 

गंगा महोत्सव : भजन सम्राट हंसराज रघुवंशी का होगा गायन

1 से 4 नवंबर तक आयोजित गंगा महोत्सव में शास्त्रीय, लोक और आधुनिक संगीत की विधाओं का अद्भुत मिश्रण होगा। महोत्सव की तैयारियों के बाबत मंडलायुक्त एस राजलिंगम ने पत्रकारों को बताया कि देव दीपावली से पूर्व 1 से 4 नवंबर तक आयोजित गंगा महोत्सव में देशभर के ख्यातिप्राप्त कलाकार अपनी कला से गंगा आराधना को संगीत का स्वर देंगे। पहले दिन पं. माता प्रसाद मिश्र, विदुषी कमला शंकर, डॉ. ऋषि मिश्र, सुश्री कविता मोहंती जैसे कलाकार शास्त्रीय संगीत, कथक और ओडिसी नृत्य प्रस्तुत करेंगे। दूसरे दिन डॉ. ममता टंडन, गणेश प्रसाद मिश्र, श्रीमती शिवानी शुक्ला, पद्मश्री गीता चंदन आदि अपनी प्रस्तुतियों से माहौल को भक्तिरस में डुबो देंगे। तीसरे दिन पद्मश्री मालिनी अवस्थी की लोकगायन प्रस्तुति मुख्य आकर्षण रहेगी, जबकि चौथे दिन भजन सम्राट हंसराज रघुवंशी अपने भजनों से वातावरण को भक्ति से भर देंगे।

भव्य तैयारियाँघाटों से गलियों तक दिव्यता का विस्तार

पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की समीक्षा बैठक के बाद सभी विभागों को तैयारी के लिए स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। घाटों पर स्मार्ट लाइटिंग, फ्लोरल डेकोरेशन, लेज़र शो, ग्रीन आतिशबाजी और सैंड आर्ट इंस्टॉलेशन से काशी को दिव्य स्वरूप देने की योजना है। चेत सिंह घाट पर प्रतिदिन तीन बार लेज़र शो होगा, जबकि काशी विश्वनाथ धाम घाट पर ग्रीन फायरक्रैकर शो का आयोजन किया जाएगा। सुरक्षा और सुविधा के लिए हर घाट पर सीसीटीवी, ड्रोन निगरानी, प्राथमिक उपचार केंद्र, पेयजल, शौचालय और आपातकालीन नौका सेवाएँ उपलब्ध रहेंगी। नाविकों को पंजीकृत टैग और निर्धारित रूट की जानकारी दी जा रही है।

पर्यटन उद्योग को मिलेगा बूस्ट250 करोड़ की आमदनी का अनुमान

देव दीपावली काशी का सबसे बड़ा पर्यटन आयोजन बन चुका है। इस बार अनुमान है कि 5 लाख से अधिक पर्यटक काशी पहुंचेंगे। होटलों, नावों और ट्रेवल बुकिंग में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। पर्यटन विभाग ने घाटों पर 10 लाख दीप जलाने का लक्ष्य रखा है जिनमें 7 लाख घाटों पर और 3 लाख गंगा पार रेत पर जलेंगे। इसके अलावा सामाजिक-सांस्कृतिक संस्थाएँ 15 लाख दीप प्रज्वलित करेंगी। पर्यटन विभाग के अनुसारहर पर्यटक औसतन ₹5,000 तक खर्च करेगा। इस प्रकार एक दिन में 250 करोड़ रुपये से अधिक की राशि स्थानीय अर्थव्यवस्था में प्रवाहित होगी।

नाव और क्रूज़ बुकिंग ने बनाए नए रिकॉर्ड

देव दीपावली का नज़ारा देखने के लिए नावों की मांग चरम पर है। साधारण मोटर नावों की बुकिंग ₹25,000–₹30,000 तक पहुंच गई है। अलकनंदा क्रूज़ और रो-रो जहाजों पर प्रति व्यक्ति किराया ₹15,000 तक चला गया है। क्रूज़ संचालक जयंत मालवीय के अनुसार, “चारों नावों पर 500 से अधिक पर्यटक घाटों का नज़ारा करेंगे।स्थानीय नाविक पूरे साल इस दिन का इंतज़ार करते हैं और केवल एक शाम में कई महीने की आमदनी कमा लेते हैं।

होटल, होमस्टे और ट्रैवल सेक्टर में उछाल

काशी में इस बार 5,000 से अधिक होटल और होमस्टे तैयार हैंजो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 40% अधिक है। देव दीपावली की तारीख पर 90% से ज्यादा बुकिंग पहले ही पूरी हो चुकी है। उच्च श्रेणी के होटलों में कमरे की दरें 30% से अधिक बढ़ गई हैं, वहीं घाटों के आसपास स्थित होमस्टे पूरी तरह फुल हैं। ट्रेवल एजेंसियाँ और टूर ऑपरेटर भीदेव दीपावली डीलपैकेज के तहत विशेष घाट-दर्शन योजनाएँ चला रहे हैं।

घाटों की चमक, गलियों की गूंजहर दीप में राष्ट्रभाव

पर्यटन विभाग ने घाटों पर 10 लाख दीप जलाने का लक्ष्य रखा है—7 लाख घाटों पर और 3 लाख गंगा पार रेत पर। सामाजिक-सांस्कृतिक संस्थाएँ और पूजा समितियाँ अतिरिक्त 15 लाख दीप प्रज्वलित करेंगी। चेतगंज घाट पर शिव-आधारित लेज़र शो और काशी विश्वनाथ मंदिर के सामने फायर शो मुख्य आकर्षण होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहादेव दीपावली केवल उत्सव नहीं, बल्कि सनातन भारत की आत्मा का प्रतीक है। यह आयोजन श्रद्धा, स्वच्छता और सौंदर्य का अद्भुत संगम बने। 5 नवंबर की शाम जब गंगा की लहरों पर दीप झिलमिलाएंगे, तब काशी एक बार फिर संदेश देगी— “जहाँ दीप जलता है, वहीं से धर्म, कला और अर्थ का प्रकाश फैलता है।

हर हर गंगेसे गूंजेगी काशी

देव दीपावली की रात जब गंगा के जल में लाखों दीपों का प्रतिबिंब थरथराएगा, तब पूरी काशी दिव्यता की प्रतीक बन जाएगी। चेतगंज घाट पर शिव-आधारित लेज़र शो, सैंड आर्ट इंस्टॉलेशन, संगीत कार्यक्रम और आतिशबाजी का संगम पर्यटकों के लिए अविस्मरणीय अनुभव होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा हैदेव दीपावली केवल काशी का नहीं, बल्कि भारत की सनातन आत्मा का उत्सव है। यह आयोजन स्वच्छता, अनुशासन, श्रद्धा और सौंदर्य का अद्भुत संगम बने।इस प्रकार, 5 नवंबर की रात जब दीपों की अनगिनत कतारें गंगा की लहरों पर नाचेंगी, तब काशी एक बार फिर जग को संदेश देगी, “यहाँ हर दीप में बसता है धर्म, भक्ति और राष्ट्र का प्रकाश।

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